एग्रीबिज़नेस के प्रमुख क्षेत्रों का अवलोकन और उनके महत्व को समझने के लिए, मैं इनपुट सप्लाई, प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, और मार्केटिंग व डिस्ट्रीब्यूशन पर आधारित जानकारी को संक्षेप में और व्यवस्थित रूप से बताने जा रहा हूँ। यह जानकारी नए – नए किसान तथा भारत में 2025 के संदर्भ में नए उद्यमियों के लिए उपयोगी होगी।
एग्रीबिज़नेस के प्रमुख क्षेत्र
इनपुट सप्लाई (Input Supply)
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बीज, खाद, कीटनाशक, कृषि उपकरण
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सिंचाई प्रणाली, ग्रीनहाउस टेक्नोलॉजी
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प्रोडक्शन (Production)
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खेती (Food Crops, Cash Crops)
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डेयरी, पोल्ट्री, फिशरी
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बागवानी और ऑर्गेनिक खेती
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प्रोसेसिंग (Processing)
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अनाज, फल, सब्ज़ी की प्रोसेसिंग
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दूध से दही, पनीर, घी बनाना
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जूस, जैम, अचार, पैकेज्ड फूड
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मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन (Marketing & Distribution)
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मंडी, सुपरमार्केट, ई-कॉमर्स
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ब्रांडिंग और पैकेजिंग
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घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यापार (Export)
कृषि पर्यटन और फार्म स्टे
- बाजार संभावना: शहरी परिवार प्रति सप्ताह ₹5,000-10,000 खर्च करते हैं। फार्म उत्पादों की बिक्री से अतिरिक्त आय हो सकती है
- चुनौतियां: बुनियादी ढांचे के लिए निवेश (₹5-10 लाख) और मार्केटिंग कौशल की आवश्यकता भी होगी
- सुझाव: स्थानीय पर्यटन बोर्डों के साथ सहयोग करें और कृषि पर्यटन विकास कार्यक्रम के लिए आवेदन करें।
- कैसे शुरू करें: बड़े शहर पर्यटक-अनुकूल स्थानों के पास फार्म विकसित करें। फार्म स्टे, जैविक भोजन, और ट्रैक्टर राइड या मधुमक्खी पालन जैसी गतिविधियां प्रदान करें। Airbnb या MakeMyTrip पर रजिस्टर करें। स्वच्छ पानी और वाई-फाई की व्यवस्था करें ।
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सबसे पहले हम बात करते है जैविक खेती की आप जेविक खेती से कैसे कमी कर सकते है।
जैविक खेती क्या है?
जैविक खेती (Organic Farming) एक ऐसी पद्धति है जिसमें रासायनिक खाद एवं कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता। इसमें गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट, नीम का तेल, जीवामृत और हरी खाद जैसी प्राकृतिक चीज़ों का इस्तेमाल होता है। यह खेती स्वास्थ्यवर्धक फसलें देती है और मिट्टी की उर्वरकता को लंबे समय तक बनाए रखती है। आज कल हर इन्सान बीमार हो रहा है उसका सीधा असर है खान-पान से होता है
जैविक खेती से किसानों को कैसे लाभ मिलेगा
- अधिक दाम (Premium Price)
पहली बात यह की ऑर्गेनिक उत्पाद सामान्य फसलों से 20-40% महंगे बिकते हैं।
उदाहरण – ऑर्गेनिक चावल, गेहूँ, सब्ज़ियाँ और फल।
- कम लागत
- किसी भी रासायनिक खाद एवं कीटनाशक की ज़रूरत नहीं पड़ती
- किसान खुद गोबर खाद, कम्पोस्ट और जैविक घोल बना सकते हैं।
- निर्यात (Export) की संभावनाएँ
- आजकल कल यूरोप, अमेरिका और खाड़ी देशों में ऑर्गेनिक उत्पादों की बड़ी मांग।
- मसाले, फल, दाल और चाय का निर्यात किसानों को अधिक मुनाफ़ा देता है।
- पर्यावरण और स्वास्थ्य संरक्षण
- मिट्टी, पानी और पर्यावरण सुरक्षित रहता है।
- उपभोक्ताओं को शुद्ध और पौष्टिक भोजन मिलता है।
जैविक खेती से कमाई करने के 5 बेहतरीन तरीके
जैविक फल और सब्ज़ियाँ उगाना
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- यदि आप टमाटर, प्याज़, हरी सब्ज़ियाँ, पपीता, आम, अमरूद जैविक फासले खायेंगे तो भी बीमार कम होंगे
ऑर्गेनिक अनाज और दालें
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- गेहूँ, धान, चना, अरहर, मूंग लेकिन एक बात और है की ये फसले देखने में अच्छी नहीं होती हैं
ऑर्गेनिक डेयरी और शहद उत्पादन
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- जैविक दूध (आप डेरी सेक्टर में भी कार्रिअर बना सकते है )और शहद की मार्केट में अच्छी मांग।
वैल्यू ऐडेड प्रोडक्ट्स बनाना
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- ऑर्गेनिक आटा, मसाले, अचार, जैम, तेल आदि।
ब्रांडिंग और पैकेजिंग
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- “ऑर्गेनिक” टैग लगाकर पैकिंग में बेचना → दोगुना मुनाफ़ा।
नोट: इसका दूसरा पार्ट 2 भी है
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